भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे चौथे टेस्ट मैच के पहले दिन इंग्लैड ने बिना किसी नुकसान के 92 रन बना लिए हैं. कप्तान एलिस्टर कुक 40 और अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे कीटन जेनिंग्स 51 के स्कोर पर बल्लेबाजी कर रहे हैं. पांच टेस्ट मैच की सीरीज में टीम इंडिया दो-शून्य से आगे है.
इंग्लैंड ने टॉस जीता
इस मुकाबले में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. टीम इंडिया में दो बदलाव किए गए हैं, चोटिल अजिंक्य रहाणे और मोहम्मद शमी की जगह लोकेश राहुल और भुवनेश्वर कुमार को जगह दी गई है, जबकि इंग्लैंड की तरफ से कीटन जेनिंग्स डेब्यू कर रहे हैं.
इंग्लैंड से हिसाब चुकता करने का मौका
यह मैच ड्रा भी रहता है तो भारत सीरीज जीत जाएगा. इससे पहले इंग्लैंड ने 2011 में इंग्लैंड में, 2012 में भारत में और 2014 में फिर इंग्लैंड में भारत को हराया था. वानखेड़े पर पिछले दो टेस्ट में इंग्लैंड ने भारत को हराया है और 2012 का टेस्ट तो खासकर इसलिए याद रखा जाएगा क्योंकि केविन पीटरसन ने भारतीय सरजमीं पर किसी विदेशी बल्लेबाज की सबसे उम्दा पारियों में से एक खेली थी.
कोहली, अश्विन, पुजारा जबरदस्त फॉर्म में
भारतीय टीम भी फिटनेस समस्याओं से जूझ रही है लेकिन नए खिलाड़ियों का प्रदर्शन अच्छा रहा है. तीसरे नंबर पर चेतेश्वर पुजारा और कप्तान विराट कोहली ने उम्दा बल्लेबाजी की है जबकि निचले क्रम पर आर अश्विन शानदार फार्म में हैं. आठ साल बाद टीम में लौटे पार्थिव पटेल ने पारी की शुरुआत करके मोहाली में 42 और 67 रन बनाए. केएल राहुल चोट से उबरकर लौटे हैं और ऐसे में भारत के पास विकेटकीपर पार्थिव पटेल के रूप में तीसरे वैकल्पिक ओपनर बन गए हैं जो मध्यक्रम में उतारे जा सकते हैं. राहुल के लौटने पर करुण नायर को बाहर रहना होगा. इसके अलावा टीम में किसी बदलाव की संभावना नहीं दिखती.
मुरली-रहाणे का फॉर्म चिंता का विषय
मुरली विजय और अजिंक्य रहाणे का खराब फार्म भारत की चिंता का सबब हो सकता है. विजय ने राजकोट में शतक जमाया था जबकि रहाणे ने न्यूजीलैंड के खिलाफ इंदौर में आखिरी टेस्ट में 188 रन जोड़े थे. इसके बाद से दोनों बड़ी पारी नहीं खेल सके हैं. विजय जहां शॉर्ट गेंदों का शिकार हुए, वहीं रहाणे गैर जिम्मेदाराना शॉट्स खेलकर अपना विकेट गंवा बैठे. हालांकि हेड कोच अनिल कुंबले शॉर्ट बॉल नहीं खेल पाने को विजय की कमी नहीं मानते हैं. भारत के लिए मोहम्मद शमी और उमेश यादव ने नई गेंद से बेहतरीन प्रदर्शन किया है जबकि अश्विन, रविंद्र जडेजा और नए खिलाड़ी जयंत यादव ने फिरकी का कमाल दिखाया है. तीसरे टेस्ट के बाद सात दिन के ब्रेक से गेंदबाजों को काफी मदद मिली होगी और अब वे फिर इंग्लैंड की बल्लेबाजी की बखिया उधेड़ने को बेताब होंगे.
कपिल के रिकॉर्ड की बराबरी करेंगे कोहली
भारत अब लगातार 17 टेस्ट के अपराजेय रिकॉर्ड की बराबरी से सिर्फ एक मैच पीछे है. भारत ने यह कमाल 1985 से 1987 के बीच किया था. इसकी शुरुआत 14 सितंबर 1985 को श्रीलंका के खिलाफ कैंडी में ड्रॉ टेस्ट से हुई और नौ मार्च 1987 को अहमदाबाद में पाकिस्तान के खिलाफ ड्रॉ रहे टेस्ट तक यह सिलसिला चला था. बंगलुरु में जीत का यह क्रम टूटा जब पाकिस्तान ने 16 रन से जीत दर्ज की. उस अपराजेय अभियान में कपिल देव की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने चार जीत दर्ज की थी और बाकी मैच ड्रॉ रहे थे.
टीमें इस प्रकार हैं :
भारत : विराट कोहली (कप्तान), मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, रविचंद्रन अश्विन, पार्थिव पटेल (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, उमेश यादव, करुण नायर, जयंत यादव, भुवनेश्वर कुमार और लोकेश राहुल.
इंग्लैंड : एलिस्टर कुक (कप्तान), कीटन जेनिंग्स, जॉनी बेयरस्टॉ, जैक बॉल, जोस बटलर, मोईन अली, आदिल राशिद, जो रूट, बेन स्टोक्स, जेम्स एंडरसन और क्रिस वॉक्स.