बीसीसीआई चार दिवसीय टेस्ट मैच कराने के पक्ष में नहीं है साथ ही इसके अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने बुधवार को साफ कर दिया कि बोर्ड देश में डे-नाइट टेस्ट मैच की मेजबानी की जल्दी में नहीं है. ठाकुर के इस बयान के बावजूद बीसीसीआई ने पिंक बॉल को लेकर प्रयोग शुरू किया है. बोर्ड ने पहली बार दिलीप ट्रॉफी का आयोजन डे-नाइट फॉर्मेट में किया है.
दिलीप ट्रॉफी के मैच इस समय ग्रेटर नोएडा में पिंक बॉल से फ्लड लाइट्स में खेले जा रहे हैं. ठाकुर ने कहा कि बोर्ड पिंक बॉल से भारतीय स्थिति में खेलने के पर विचार अभी जारी टूर्नामेंट के बाद करेगा.
ठाकुर ने कहा, ‘बीसीसीआई किसी भी फैसले को लेकर जल्दबाजी में नहीं है और अभी जारी दिलीप ट्रॉफी में हम इस प्रयोग को जारी रखेंगे.’
उन्होंने कहा, ‘यह उन टूर्नामेंट्स में से एक है जहां हम पिंक बॉल का इस्तेमाल कर रहे हैं. टूर्नामेंट खत्म होने के बाद हम इस पर प्रतिक्रिया देंगे. भारतीय परिस्थित में पिंक बॉल से खेलना सही है या नहीं, और इससे टेस्ट क्रिकेट को बढ़ावा मिलेगा या नहीं, इस पर बोर्ड भविष्य में फैसला लेगा.’
ठाकुर ने कहा कि चार दिन के टेस्ट मैच और दो अलग तरह के टेस्ट क्रिकेट से खेल के इस लंबे फॉर्मेट में ज्यादा भीड़ नहीं आएगी. हमें इसके लिए उन कमियों को ढूंढना पड़ेगा जिनके कारण दर्शक इससे दूर रहते हैं.
उन्होंने कहा, ‘अगर आपके सामने सिद्ध फॉर्मेट नहीं है तो यह कैसे क्रिकेट की मदद करेंगे. मेरा मानना है कि हमें इससे दूर रहना चाहिए.’
ठाकुर ने कहा, ‘हमें कमियों का विश्लेषण करना होगा. यह समय की जरूरत है. मुद्दा है कि टेस्ट क्रिकेट में ज्यादा दर्शक क्यों नहीं आ रहे हैं. यह बुनियादी मुद्दा है.’